सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलते ही राहुल गांधी की राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सबसे पहले उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस भी की। इसके बाद उन्हें तमिलनाडु के पार्टी नेताओं के साथ अहम बैठक भी की।
दिल्ली: मोदी उपनाम को गलत तरीके से उपयोग करने के आरोप में राहुल गांधी को हुई सजा पर सर्वोच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। इससे उनकी संसद सदस्यता बहाल होने का रास्ता भी खुल गया है। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र और सत्य की जीत बताया है। राहुल गांधी की सजा पर रोक लगने से कांग्रेस को सरकार पर हमलावर होने का अवसर मिला है, जो पहले ही मणिपुर के मुद्दे पर सरकार को हर तरफ से घेरे हुए थी। सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय से भाजपा को तगड़ा झटका लगा है।
दरअसल, यदि राहुल को हुई दो साल की सजा लागू हो जाती तो उनके छह साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लग जाती। इससे वे 2024 के साथ-साथ 2029 के लोकसभा चुनाव में भी हिस्सा न ले पाते। इससे कांग्रेस की संभावनाओं को गहरा झटका लग सकता था। कांग्रेस के साथ यह इंडिया गठबंधन को भी नुकसान पहुंचाता, जो कांग्रेस और राहुल गांधी के इर्दगिर्द पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने की तैयारी कर रहा है। राहुल गांधी के जेल जाने से विपक्ष का हमलावर रुख भी कमजोर पड़ सकता था। इस संदर्भ में राहुल गांधी की सजा पर रोक कांग्रेस के साथ साथ पूरे विपक्ष के लिए बूस्टर डोज की तरह काम करेगा।
इसके पहले भी कई कारणों से भाजपा बैकफुट पर थी। मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है। इसी बीच भाजपा शासित हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा ने भी भाजपा को बैकफुट पर ला दिया था। इसी बीच आये सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय ने विपक्ष के हाथों एक और मुद्दा पकड़ा दिया है। इससे सोमवार से संसद में विपक्ष ज्यादा आक्रामक तरीके से सरकार पर हमला करेगा।
अदालत से राहत मिलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार शाम को आरजेडी प्रमुख लालू यादव से मिलने उनके दिल्ली निवास पर पहुंच सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं की यह मुलाकात देर शाम डिनर पर हो सकती है। इस दौरान लालू के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे। नेताओं की यह मुलाकात आरजेडी सांसद और लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती के पंडारा पार्क वाले आवास पर होगी। इस मुलाकात में मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की
सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलते ही राहुल गांधी की राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सबसे पहले उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस भी की। इसके बाद उन्हें तमिलनाडु के पार्टी नेताओं के साथ अहम बैठक भी की। इस दौरान उनके साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी रहे। शाम को राहुल बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव से मिलने पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि लालू-राहुल मुलाकात के दौरान I.N.D.I.A के संयोजक के नाम पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा आगामी संसद सत्र और इंडिया गठबंधन की रणनीति के लेकर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बीच होने वाली अहम बैठक में बिहार में मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा हो सकती है।
दोनों नेताओं की यह बैठक इसलिए भी अहम है कि क्योंकि ये मुलाकात मुंबई में होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले हो रही है। पहले यह बैठक अगस्त में होनी थी, लेकिन यह अब यह सितंबर के पहले हफ्ते में होने की संभावना है। अभी तक नई तारीख तय नहीं हुई है। टूटे-बिखरे दो दल एनसीपी और शिवसेना बैठक की मेजबानी करने वाले हैं। सितंबर में होने वाली यह विपक्षी दलों की यह तीसरी बैठक होगी। I.N.D.I.A बनने के बाद ये पहला मौका है, जब सभी 26 विपक्षी दल किसी ऐसे राज्य में मीटिंग करने वाले हैं, जहां उनका कोई सदस्य सत्ता में नहीं है।