नरेंद्र मोदी द्वारा शेयर की गई लक्षद्वीप पर्यटन को बढ़ावा देने वाली पोस्ट से उत्पन्न हुई सोशल मीडिया पर संघर्ष ने भारत-मालदीव संबंधों में तनाव बढ़ाया है। चीन समर्थित राष्ट्रपति के चयन के बाद से ही संबंधों में चुनौतियों में इसे और भी बढ़ावा मिला है। इसके साथ ही, सैनिकों के बीच हो रहे मंथन और मालदीव के भारत पर लगाए आरोपों ने संबंधों में नई दरारें खड़ी की हैं।
सरकारों के बीच हुए हाल के घटनाक्रम को लेकर वार्ता और अनबन, एक ओर बातचीत, तो दूसरी ओर नए आरोप लगाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप के पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसका पर्यावरण मालदीव के मंत्रियों तक पहुँच गया। इस पर मालदीव के मंत्रियों ने प्रतिक्रिया दी, जिससे दोनों देशों के बीच के संबंधों में एक दरार उत्पन्न हो गई है।
इसके पीछे एक और मुद्दा है, जिसमें चीन समर्थित मुइज्जू ने मालदीव में राष्ट्रपति बनने के बाद भारत-मालदीव संबंधों में तनाव बढ़ा रहा है। उनकी भारत दौरे के बाद से ही मालदीव भारत के प्रति आपत्ति जता रहा है। ‘इंडिया आउट’ का नारा देने वाले मुइज्जू राष्ट्रपति बनने के बाद पहली आधिकारिक यात्रा पर वे चीन गए थे, जिससे संबंधों में तनाव और बढ़ गया है।
इन घटनाओं के परिणामस्वरूप, मालदीव ने बीते कुछ दिनों से भारत को लेकर बखेड़ा खड़ा कर रखा है। इस मुद्दे पर आपसी वार्ता का भी प्रयास किया गया है, लेकिन नए आरोपों के बाद समझौता दिलाना कठिन हो रहा है।
इसके अलावा, भारतीय सैनिकों की मालदीव से वापसी के संदर्भ में चल रहे मंथन की बातचीत भी एक दूसरे स्तर पर हो रही है। दोनों देशों के बीच हुए पहले दौर की कोर ग्रुप की बैठक में ठोस परिणाम नहीं निकलने के कारण, दूसरे दौर की बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें भारतीय सैनिकों के वापस आने के संबंध में चर्चा हुई, जिसपर मालदीव ने सहमति जताई है, हालांकि भारत सरकार ने इसे पुष्टि नहीं की है। इस दौरान, बातचीत का राग बढ़ा रहे मालदीव ने नए आरोप लगाए हैं।
मालदीव सरकार ने भारतीय तट रक्षकों के विशेष आर्थिक क्षेत्र में काम करने वाले तीन मालदीवी मछली पकड़ने वाले जहाजों पर सवार होने का आरोप लगाया है। इस घटना के संबंध में मालदीव सरकार ने भारत सरकार से पूर्ण विवरण मांगा है, हालांकि भारत सरकार ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह इस समय के बीच दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।