प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय राजनीति में एक नए युग की शुरुआत करते हुए, अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद बुलंदशहर से 2024 के चुनाव का बिगुल बजाया है। इस उत्साहभरे मोमें, प्रधानमंत्री ने बुलंदशहर को भाजपा के विकास का प्रतीक मानते हुए, विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए बड़ा तोहफा भी दिया है। जनमानस के बीच यह एक सकारात्मक संकेत है कि भविष्य में बुलंदशहर विकास की राहों में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
अयोध्या में भगवान रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से 2024 के लोकसभा चुनाव की शुरुआत की है। इस दौरान, प्रधानमंत्री ने 19,100 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का ऐलान किया है। भाषण में, उन्होंने राम मंदिर से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सेवाओं का समर्थन किया है।
प्रधानमंत्री ने बुलंदशहर में जनसभा को संबोधित करते हुए 2024 के चुनाव प्रचार की शुरुआत की है और विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश का बड़ा हिस्सा विकास से महसूस कर रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश को यह मिला नहीं। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश के लंबे समय तक के शासकों की अधीनता का परिणाम माना है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से प्रधानमंत्री ने 2024 के चुनावी अभियान की शुरुआत की है, जिसे वे कल्याण सिंह के साथ जोड़ते हैं। उन्होंने इस क्षेत्र को उत्तर प्रदेश के विकास का प्रतीक माना है और राम मंदिर के निर्माण के बाद भाजपा को इसकी बढ़त का आशावाद दिया है।
बुलंदशहर को जाट और गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है, और यहां जाट और गुर्जर आबादी का अच्छा हिस्सा है। 2014 में, भाजपा ने इस क्षेत्र से सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार भी, प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र को बहुत अहमियत दी है और उन्होंने बुलंदशहर से 2024 के चुनावों की शुरुआत की है।
बुलंदशहर से 2024 के चुनावों का आगाज करने का मुख्य कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए यहां एक प्रशस्त भूमिका है। 2014 में, जब प्रधानमंत्री मोदी ने यहां से चुनावी जीत हासिल की थी, तो उनकी राजनीतिक करियर में यह एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
2019 में, भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सात सीटों में से सात हार दर्ज की थी। इस बार, प्रधानमंत्री ने इस गलती को सुधारने के लिए बुलंदशहर से चुनावी शंखनाद किया है, ताकि वहां से भाजपा दोबारा जीत हासिल
कर सके।