30 अप्रैल तक एक करोड़ 25 लाख 23 हजार 437 बहनें योजना में अपना पंजीयन करा चुकी हैं। प्राप्त आवेदनों की अनंतिम सूची 1 मई को सभी ग्राम पंचायत एवं वार्ड कार्यालयों में चस्पा की जाएगी।
भोपाल, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर प्रदेश की शिवराज सरकार जनता के लिए कई योजनाएं लेकर आ रही है।
इस कड़ी में शिवराज सरकार मध्य प्रदेश के लिए गेम चेंजर कही जा रही ‘मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना’ की खुशी मध्य प्रदेश में त्योहार जैसी मनाई जाएगी। इस योजना के तहत सवा करोड़ बहनों ने पंजीकरण कराया है। योजना में 23 से 60 साल की विवाहित महिलाओं को एक हजार रुपये महीना दिया जाना है, जिसके लाभार्थियों की सूची एक जून से जारी होगी। वहीं पहली किस्त 10 जून को सीधे बैंक खाते में जारी होगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आह्वान किया है कि बहनों की जिंदगी बदलने वाली इस योजना के प्रति खुशी की अभिव्यक्ति घरों में दीपक जलाकर की जाए। सीएम शिवराज ने जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के प्रति प्रसन्नता और आनंद की अनुभूति देखी गई है। प्रदेश में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना में एक करोड़ 25 लाख से ज्यादा बहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। पात्र बहनों को समारोहपूर्वक गुरुवार यानी एक जून से जिलों में स्वीकृति-पत्रों का वितरण किया जाएगा। एक सप्ताह की अवधि तक यह काम लगातार निरंतर चलेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों को भी लाडली बहना योजना के प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि किसी अन्य शहर में व्यस्तता की स्थिति में प्रभारी मंत्री वर्चुअली जुड़ सकते हैं। सरकार की तरफ से कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों के वार्डों में नगरीय विकास और आवास विभाग और ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग इस कार्य में महिला और बाल विकास विभाग के साथ सहयोग करेगा। प्रमाण पत्र वितरण के कार्य में दीनदयाल समितियों के सदस्य, जनअभियान परिषद के सदस्य, जन-प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ताओं का सहयोग लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में 8 जून को लाडली बहना ग्राम सभाएं भी की जाएंगी।
इस योजना में बहनों के खाते में प्रायोगिक तौर पर एक रूपये की राशि ट्रांसफर कर खातों के लिंक हो जाने की पुष्टि करने के निर्देश भी संबंधित विभाग को दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। साथ ही सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करने जैसी प्रेरित और प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियां भी की जा सकती हैं।