कुल 45 लोग लापता हो गए हैं, जिनमें से अधिकतर रामपुर, बागीपुल, मंडी, और कुल्लू जिले से हैं। प्रशासन ने सर्च और बचाव अभियान तेज कर दिया है, और सेना के खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है।
पिछले पांच दिन पहले हुई बादल फटने की घटनाओं में लापता लोगों की संख्या में दो की और वृद्धि हो गई है। अब श्रीखंड में दो और लोग लापता हो गए हैं। इस प्रकार, छह अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने की घटनाओं के बाद कुल 45 लोग लापता हैं। इनमें रामपुर के समेज में 36, बागीपुल में 5, मंडी के राजबन और कुल्लू जिले के श्रीखंड में दो-दो लोग लापता हैं। अब तक राजबन में 8 और कुल्लू के निरमंड में 2 लोगों के शव मिल चुके हैं।
बुधवार रात भीमडवारी के समीप बादल फटने की घटना में श्रीखंड यात्रा के पहले पड़ाव सिंघगाड में ठहरे दो लोग लापता हो गए थे। रविवार को प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। रामपुर के समेज निरमंड की कुर्पण खड्ड में लापता लोगों की तलाश में रविवार से चार पोकलेन मशीनें तैनात की गई हैं। दोनों स्थानों पर रविवार सुबह सात बजे से सर्च अभियान में जवान जुट गए। सर्च ऑपरेशन को सुगम बनाने के लिए समेज खड्ड पर दो अस्थायी पुलों का निर्माण किया गया है और सेना के खोजी कुत्तों की मदद भी ली जा रही है। निरमंड के एसडीएम मनमोहन सिंह ने बागीपुल से लेकर केदस तक सर्च ऑपरेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि मलबे में मशीनों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है। रामपुर के एसडीएम निशांत तोमर ने बताया कि समेज में लापता लोगों की तलाश के लिए चार मशीनें रविवार से तैनात की गई हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया गया है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मौके पर गए हैं। जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग को सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में एक-दो दिन के भीतर पुल स्थापित कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और बेली ब्रिज खरीदेगी।