लड़ाई में यहां तक हजारों की मौत के बावजूद, हमास-इस्राइल विवाद में कतर ने लाए हैं नए राह के संकेत। हमास की सकारात्मक प्रतिक्रिया और शांति के प्रयासों का सामर्थ्य बढ़ाते हुए, कतर ने एक दिलचस्प योजना की बात की है। यह लेख यह समझाता है कि कैसे ये उत्थानशील विकल्प आशा दिखा रहे हैं इस संघर्ष को सुलझाने के लिए।
हमास और इस्राइल के बीच युद्ध जारी है, जिसमें अब तक हजारों लोगों की मौत हो गई है। इस्राइल ने हमास को पूरी तरह से समाप्त करने का निर्णय लिया है, जबकि हमास भी अब आतंकी हमलों से थमा नहीं है। हालांकि, इस दौरान एक बड़ी खबर आई है – कतर ने बताया है कि हमास ने गाजा में युद्धविराम की ताजा योजना और बंधकों को छोड़ने के मुद्दे पर ‘सकारात्मक’ प्रतिक्रिया दी है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हाल ही में मध्य पूर्व का दौरा किया, जहां उन्होंने युद्ध को स्थायी रूप से समाप्त करने की मांग की। इस दौरान, उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी से मुलाकात की, जिसमें हमास ने संघर्ष विराम प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
हमास ने पुष्टि की है कि उसने कतर और अन्य मध्यस्थों के साथ पेरिस में हुए प्रस्तावों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कतर ने लंबे समय से हमास के साथ मध्यस्थता की है। इससे आशा है कि इस समझौते से युद्ध में रुकावट आएगी और गाजा में बचे हुए बंधकों को छुड़ाया जाएगा।
प्रधानमंत्री थानी ने बताया कि ‘हमास से बंधकों के संबंध में समझौते को लेकर हमें जवाब मिला है, जिसमें सकारात्मक टिप्पणियां शामिल हैं, लेकिन सामान्यत: यह सकारात्मक है।’
अमेरिकी विदेश मंत्री ने बताया कि उन्हें हमास की प्रतिक्रिया मिली है और उन्होंने इस्राइल के नेताओं को भी इस विवाद को सुलझाने के लिए देश का दौरा करने की जानकारी देने का निर्णय लिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने बंधकों के समझौते पर आधिकारिक रूप से सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, लेकिन अमेरिका और कतर का कहना है कि गाजा में लड़ाई रुकने में समय लगेगा। संयुक्त राष्ट्र ने भी कहा है कि इस्राइली हमलों से बचने के लिए रफाह शहर में हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए, जिससे बड़े पैम्बर में जनसंख्या की जान को बचाया जा सकता है।
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में इजरायली हमलों में गाजा में कम से कम 107 फलस्तीनी मारे गए हैं, जबकि इस अवधि में हमास के हमलों में इस्राइल में जान गंवाने वालों की संख्या 1,139 है।