अगले सप्ताह के बाद फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 22 अगस्त के बाद प्रदेश के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
उत्तराखंड: उत्तराखंड में शुक्रवार को भारी बारिश होने के आसार थे। मौसम विभाग ने प्रदेशभर में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया था। वहीं, देर शाम मसूरी में मूसलाधार बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।
उसके बाद, शनिवार को कुछ जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना थी। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा था, अगले दो दिन बारिश से थोड़ी राहत के आसार थे। अगले सप्ताह के बाद फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलता था। 22 अगस्त के बाद प्रदेश के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश की आशंका थी।
ऋषिकेश में भारी बारिश से शहर की मुख्य सड़कें और आंतरिक गलियों में जलभराव हो गया था। ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने से कई जगहों पर पानी की निकासी नहीं हो रही थी। गंगा नगर में बॉलीवुड गायक नेहा कक्कड़ के घर की गली समेत कई गलियों में कई फीट पानी भरा हुआ था। इससे लोगों में स्थानीय प्रशासन और नगर निगम के खिलाफ आक्रोश था।
पॉश कॉलोनी में गंगा नगर में गायक नेहा कक्कड़ का घर था। बीते दिनों हुई भारी बारिश की वजह से नेहा कक्कड़ के घर की पार्किंग और गली में करीब चार से पांच फीट पानी भर गया था। पार्किंग में खड़े वाहन तैर रहे थे।
देहरादून, बागेश्वर में सबसे अधिक बारिश
देहरादून, बागेश्वर में सबसे अधिक बारिश हुई थी। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के देहरादून और बागेश्वर जिले में अब तक सबसे अधिक बारिश हो चुकी थी। दून में 1608.1 मिमी बारिश हो चुकी थी, जो सामान्य से 56 फीसदी अधिक थी। बागेश्वर जिले में सामान्य से 174 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी थी। जिले में अब तक 1561.4 मिमी बारिश हो चुकी थी। हरिद्वार में सामान्य से 80 प्रतिशत बारिश रिकॉर्ड की गई थी। अब तक जिले में 1236 मिमी बारिश हो चुकी थी।
टिहरी में सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक, 943 मिमी; चमोली में सामान्य से 64 प्रतिशत अधिक, 862.1 मिमी बारिश हो चुकी थी, लेकिन पिथौरागढ़, नैनीताल, अल्मोड़ा में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। अलबत्ता ऊधमसिंह नगर जिले में सामान्य से 33 प्रतिशत अधिक, यानी 1051.8 मिमी बारिश हो चुकी थी।