केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने आईआईटी कानपुर के सहयोग से जेईई, एनईईटी और विभिन्न प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए ‘साथी’ पोर्टल शुरू किया है। इसमें अभी तक 60,000 से अधिक छात्र अपना पंजीकरण करा चुके हैं। विद्यार्थियों की मदद के लिए जेईई जैसी परीक्षाओं को देखते हुए 45 दिनों का क्रैश कोर्स शुरू किया गया है।
यह पोर्टल शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग की एक पहल है, आई-आईटी कानपूर ने इसमें सहयोग किया है। आईआईटी कानपुर के इस सहयोग से न केवल जेईई व एनईईटी बल्कि विभिन्न राज्य स्तरीय इंजीनियरिंग और अन्य प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में भाग लेने वाले हर छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सकेगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को इस सुविधा के बारे में शिक्षकों और विद्यार्थियों को सूचित करने के लिए लिखा है। मंत्रालय के मुताबिक इस पोर्टल का इस्तेमाल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और ज्ञान हासिल करने के लिए किया जा सकता है। शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि जेईई और अन्य इंजीनियरिंग परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों का समर्थन करने के लिए, 21 नवंबर 2023 को आईआईटी टॉपर्स, शिक्षाविदों और विषय विशेषज्ञों द्वारा क्यूरेट किया गया। जेईई का 45 दिनों का क्रैश कोर्स शुरू किया गया है। यह क्रैश कोर्स अंग्रेजी समेत 5 भाषाओं में उपलब्ध है।
मंत्रालय ने बताया कि 12 दिसंबर, 2023 तक ‘साथी’ प्लेटफॉर्म पर 60,000 से अधिक छात्र पंजीकृत हो चुके हैं। सोमवार को यह जानकारी लोकसभा में शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने एक लिखित उत्तर में दी।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने कृत्रिम बुद्धिमत्तता आधारित अनुवाद उपकरण विकसित किया है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह उपकरण 22 भारतीय भाषाओं में अनुवाद करने की क्षमता रखता है। इस उपकरण और इसकी उपयोगिता के बारे में जागरूकता के लिए कॉलेजो समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में कई कार्यशालाएं व सेमिनार आयोजित किए गए हैं।