मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज शासकीय आवास में एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को राज्य में स्वच्छता अभियान को व्यापक स्तर पर चलाने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने जताया कि स्वच्छता के मामले में जागरूकता के साथ-साथ जन सहभागिता भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने प्रत्येक जिले और ब्लॉक में एक-एक लाइब्रेरी बनाने का सुझाव दिया है, जो कि शिक्षा और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देगा।
सीएम ने अधिकारियों को खेलों को प्रोत्साहित करने, और युवाओं को नशा मुक्त अभियान में जुड़ने के लिए स्कूलों में प्लेग्राउंड को सुदृढ़ करने के लिए शिक्षा विभाग के साथ मिलकर काम करने का आदान-प्रदान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इन खेल क्षेत्रों का उपयोग शैक्षिक समय के बाद भी हो, ताकि खेल प्रेमियों को भी इससे लाभ हो सके। उन्होंने शहरों के सौंदर्यीकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट की दिशा में निरंतर कार्रवाई करने का भी सुझाव दिया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि देवभूमि उत्तराखण्ड में हर साल करोड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, और इसे एक विशेष दृष्टि से देखते हुए यह निर्धारित किया जाएगा कि इस पवित्र स्थान की स्वच्छता का संदेश देश-दुनिया तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि बुक (गुलदस्ता) की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राज्य में बुक भेंट की परंपरा को बनाए रखने का सुझाव दिया है, और विभिन्न कार्यक्रमों और अतिथियों को बुक भेंट करने का आदान-प्रदान किया जाए। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, एडीजी ए. पी अंशुमन, और महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी भी मौजूद थे।