मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गैरसैंण में आयोजित होने वाले 10 दिवसीय विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष के सवालों का कड़ा जवाब देने की तैयारी में हैं। विपक्ष ने ग्रीष्मकालीन राजधानी की उपेक्षा और तीन दिन के सत्र की अवधि पर सवाल उठाए थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गैरसैंण में आयोजित 10 दिवसीय विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। दरअसल, ग्रीष्मकालीन राजधानी में 17 महीने बाद विधानसभा सत्र आयोजित किए जाने को लेकर विपक्ष, विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सवाल उठाए थे।
हरीश रावत ने ग्रीष्मकालीन राजधानी की उपेक्षा के विरोध में गैरसैंण में मौन उपवास किया था। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा था कि वे वहां टॉर्च लेकर विकास खोज रहे हैं, लेकिन वह कहीं नजर नहीं आ रहा। विपक्ष ने केवल तीन दिन के सत्र की अवधि पर भी सवाल उठाया था।
मुख्यमंत्री धामी, गैरसैंण में आयोजित विधानसभा के मानसून सत्र के बाद संकेत दिए कि आगामी बजट सत्र 10 दिन का होगा। उनका कहना है कि सरकार चाहती है कि गैरसैंण में होने वाले विधानसभा सत्र लंबे और सार्थक हों। उन्होंने सत्र स्थगित होने के बाद विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर विपक्ष जल्दबाजी न करता तो सदन की कार्यवाही अधिक समय तक चल सकती थी।
वास्तव में, सत्र के तीसरे दिन सदन में पेश किए गए विधेयकों पर चर्चा में विपक्ष शामिल नहीं हो पाया। जब चर्चा शुरू हुई तो विपक्ष ने आपदा के मुद्दे पर सदन से वाकआउट कर दिया। मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण में और उसकी वापसी पर यह स्पष्ट किया कि सरकार की मंशा है कि गैरसैंण में होने वाले आगामी सत्र लंबे और प्रभावी हों।
ग्रीष्मकालीन राजधानी पर उच्चस्तरीय बैठक जल्द
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के विकास की योजनाओं पर एक उच्चस्तरीय बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री सचिवालय को इस बैठक की तैयारी के निर्देश दिए गए हैं।
मीडियाकर्मियों के लिए अतिथि गृह का निर्माण जल्द
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण में विधानसभा सत्र की कवरेज के लिए आने वाले मीडियाकर्मियों के लिए अतिथि गृह के निर्माण के निर्देश दिए हैं। इस प्रस्ताव पर तेजी से अमल किया जाएगा, और सरकार का लक्ष्य है कि यह भवन एक वर्ष के भीतर तैयार हो जाए।