लोकतंत्र सेनानियों मीसाबंदियों का कार्यक्रम में पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया बड़ा ऐलान, 5 की जगह अब 8 हजार के रूप में मिलेगी सम्मान निधि।
भोपाल, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में सीएम हाउस में लोकतंत्र सेनानियों मीसाबंदियों के कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता सेनानी का ऐलान किया और कहा कि उन्होंने पेंशन राशि को बढ़ाकर 30 हज़ार करने की घोषणा की है, पहले 25 हजार मिलते थे। जिनको 5 हजार रुपए की सम्मान निधि मिलती है, उन्हें अब 8 हजार रुपए मिलेंगे। दिवंगत सेनानियों के परिवार को दी जाने वाली निधि 8 हजार से बढ़कर 10 हजार रुपए की जाएगी। मीसाबंदी के बाकी लोगों को 15 अगस्त को ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
सीएम ने आगे कहा कि नई दिल्ली के मप्र भवन में इनके लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तरह रुकने की व्यवस्था होगी। जिलों में विश्राम गृह में 2 दिन तक 50% शुल्क के साथ रुकने की व्यवस्था होगी। अगर कोई बीमारी होती है, तो संपूर्ण इलाज मध्यप्रदेश सरकार कराएगी। मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों के परिचय पत्र एक बार और चर्चा कर फाइनल करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला। सीएम ने कहा कि वे भी एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जब कोई सत्ता के नशे में चूर होता है तो सब भूल जाता है। आपातकाल में यही हुआ, अपने आप को बनाकर रखने के लिए संविधान का गला घोंट दिया गया। अंग्रेजों और मुग़लों के समान ये सब किया गया। सीएम शिवराज ने कहा कि एक परिवार को सत्ता में बने रहना था। जब इंदिरा जी को लगा कि फ़ैसला खिलाफ आया है, तो सत्ता में बने रहने के लिए लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिम्मत के कारण जुटे रहे, लट्ठ पड़ते रहे, बच्चों के भूखे मरने की नौबत आ गई। कांग्रेस को दया नहीं आई। आपने देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ी। 15 महीने के लिए आए थे तो हम पर हमला किया।
सीएम ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस को कभी सत्ता में नहीं आने देने का संकल्प लेना है, ये लोकतंत्र के नहीं है।