राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव सत्र 2023-24 का सीएम बघेल ने किया शुभारंभ, नन्हें-मुन्ने बच्चों का करें स्वागत और अभिनंदन।
रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में जेएन पांडेय सर्वेश्रेष्ठ सरकारी हिस्कूल में मां सरस्वती की पूजा कर राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव सत्र 2023-24 का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने छात्रों, टीचर्स, प्रिंसिपल और अभिभावकों को नए शिक्षा सत्र के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव की बधाई दी और छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों को तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर और माला पहनाकर शाला प्रवेश कराया।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से स्कूली बच्चों को गणवेश वितरित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बालवाड़ी योजना के दूसरे चरण में 4318 बालवाड़ियों का शुभारंभ किया। बता दें, इससे पहले चरण में प्रदेश में 5173 बालवाड़ी खुले थे।
इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सभी टीचर्स नए शिक्षा सत्र के शुभारंभ, शाला प्रवेशोत्सव को सार्थक बनाते हुए नई ऊर्जा और नए संकल्प के साथ शिक्षा दान के कार्य में पूरे समर्पण के साथ जुट जाएंगे। आप और हम सब मिलकर शिक्षित छत्तीसगढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
पिछले वर्ष राज्य में 5173 बालवाड़ियां प्रारंभ की गई थी, इस वर्ष 4318 बालवाड़ियां और खोली गई है, अब इनकी संख्या बढ़कर 9491 हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रवेशोत्सव मनाकर नन्हें-मुन्ने बच्चों का स्वागत और अभिनंदन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों और आमजनों से अनुरोध किया है कि शाला प्रवेश के दिन अपने नजदीक के विद्यालय में जाकर बच्चों का मनोबल बढ़ाएं और समय-समय में स्कूल जाकर शिक्षकों के साथ शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता को सुधारने में लगातार सहयोग भी करें। इस साल स्कूल खुलते ही बच्चों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, गणवेश इत्यादि प्रदान किए जा रहे हैं। ऐसे में ये हम सबका कर्तव्य है कि हम बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता दें और उनके स्कूल जाने में पूरी तरह सहयोग करें।