दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने रोहिणी, सेक्टर 18 में एक नए स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का उद्घाटन किया और कहा, आज इस शानदार Govt School का उद्घाटन करने आया तो कुछ लोगों ने Gate पर विरोध किया।
दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लिबासपुर गांव में एक सर्वोदय को-एड स्कूल का उद्घाटन किया था। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या वे खुश हैं। फिर कहा कि वे खुश हैं, उनकी खुशी देखकर मेरा एक किलो खून बढ़ गया था। सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की काया पलट चुकी है। पहले जहां सरकारी स्कूल टेंट में चलाए जाते थे, आज उन्होंने इतने शानदार स्कूल बनवाए हैं। सीएम ने दिल्ली के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की प्रशंसा की और कहा कि वे कुछ विधायक और मंत्रियों की तुलना में नहीं थे, बल्कि दिल्ली के स्कूलों की तस्वीर उनके 60 हजार शिक्षकों ने बदली थी।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि पहले सरकारी शिक्षकों की कोई इज्जत नहीं की जाती थी, लोग कहते थे कि वे काम नहीं करते, मूंगफली तोड़ते रहते हैं, स्वेटर बुनते रहते हैं, लेकिन दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की मेहनत का ही नतीजा है कि अब दिल्ली स्कूलों की तस्वीर बदल रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कहीं इस तरह के स्कूल नहीं बने हैं और कहीं इतने उत्कृष्ट स्तर के स्कूल नहीं हैं।
इस दौरान सीएम केजरीवाल ने केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि वे दिल्ली को रोकते रहे हैं और हम दिल्ली के लोगों के लिए काम करते रहे हैं। केजरीवाल ने यह भी कहा कि पहले सिर्फ गरीबों के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे, लेकिन आज सभी वर्ग के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ रहे हैं। दिल्ली के एक अन्य क्षेत्र में एक नये स्कूल भवन का निर्माण भी हुआ है। इस स्कूल में छात्रों को आधुनिक तकनीक की सहायता से पढ़ाया जाएगा। यहां नर्सरी से 12वीं तक पढ़ाई की जाएगी।
इस मौके पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हमने अमीर और गरीब के बीच की गहराई को खत्म कर दिया है। आज दिल्ली के 80 प्रतिशत सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर हो गए हैं। एमसीडी के स्कूल अभी भी बहुत खराब हालत में हैं, इन स्कूलों को भी सुधारने की आवश्यकता है।