चारधाम यात्रा पर आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए ट्रेश बैग (कूड़ादान) अनिवार्य कर दिया गया है। यात्रा मार्ग पर किए जाने वाले कार्यों की जीआईएस टैगिंग भी होगी। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इन नए आदेशों के तहत नगर निकायों, निगमों और जिला पंचायतों को सूचित करने के निर्देश दिए हैं।
चारधाम यात्रा पर आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के वाहनों में अब ट्रेश बैग (कूड़ादान) अनिवार्य रूप से होना चाहिए। यात्रा मार्ग पर किए जाने वाले कार्यों की जीआईएस टैगिंग भी की जाएगी। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इसके आदेश जारी किए हैं। उन्होंने ट्रिप कार्ड जारी करते समय जानकारी देने और नियमित रूप से चेकिंग और चालान करने के निर्देश भी दिए हैं। इस संबंध में नगर निकायों, निगमों और जिला पंचायतों को पत्र भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा से संबंधित सभी विभागों को जल्द शुरू होने वाले चारधाम डैशबोर्ड पर नियमित रूप से रियल टाइम डेटा अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह डैशबोर्ड चारधाम से संबंधित सभी विभागों के बीच सूचनाओं के प्रभावी आदान-प्रदान और डेटा शेयरिंग का माध्यम बनेगा। इससे विभागों में प्रभावी समन्वय स्थापित होगा और अलगाव में कार्य करने की प्रवृत्ति समाप्त होगी। इसके लिए सभी विभागों में एक-एक नोडल अधिकारी तैनात करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को हिदायत दी कि चारधाम डैशबोर्ड पर अपडेट किया जाने वाला डेटा गतिशील और रियल टाइम होना चाहिए। इसे नियमित रूप से फीड किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चारधाम डैशबोर्ड में लोक निर्माण विभाग को यात्रा रूट पर पड़ने वाले ब्लैक स्पॉट, स्लिपिंग जोन, मुख्य मार्गों के अलावा वैकल्पिक मार्गों की जानकारी, मलबे, भूस्खलन या ट्रैफिक जाम से बाधित सड़कों, सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं के आंकड़े अनिवार्य रूप से अपडेट करने होंगे। इसके साथ ही यूकाडा को धामों में खराब मौसम या अन्य कारणों से हेली सर्विस रद्द होने की पूर्व जानकारी अनिवार्य रूप से अपडेट करनी होगी।