राष्ट्रीय जनता दल के संग, नीतीश कुमार की वर्तमान सरकार को हम पार्टी के अग्रणी, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का बयान अधिक तरीके से समझा जा सकता है। उन्होंने सरकार के अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में अनियमितताओं की बहुत ज्यादा घटनाएं हो रही हैं। इसके साथ ही, वे सरकार की स्थिति को भी खतरे में देख रहे थे।
उनके बयान पर जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल के नेता उनपर चुटकी भी लेते थे। अब जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने बेटे संतोष कुमार सुमन के साथ इस सरकार में मंत्री हैं, लेकिन उनके इस बयान से साफ दिखता है कि वे अपनी सरकार के कार्यप्रणाली में खुद को संतुष्ट नहीं मानते हैं।
“मुझे और मेरे बेटे को एक ही विभाग क्यों?” जीतन राम मांझी ने जिले के वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में हमारे एक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि 1984 से 2013 तक उन्हें और उनके बेटे को केवल अनुसूचित जाति कल्याण विभाग में ही काम करने का मौका मिला है। उन्होंने कठिनाई की बात की कि उन्हें अन्य किसी विभाग में काम करने का मौका नहीं मिला।
उन्होंने कहा, “हमारे बिना किसी का कल्याण होने वाला नहीं है।” यह बात उनके बयान का सार है, जो नीतीश कुमार की सरकार को संदेश देने के लिए कही गई है। वे साफ तौर पर यह संकेत कर रहे हैं कि वे अपने और अपने बेटे के लिए समान अवसर की मांग कर रहे हैं और सरकार के कार्यों को उनकी नजर में सुधारने की जरूरत है।