Katihar Firing Incident: बारसोई अनुमंडल में बिजली समस्या से जूझ रहे लोग प्रखंड मुख्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भड़क गया।
बिहार के कटिहार जिले में बुधवार को पुलिस फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई। वहीं दूसरी जख्मी युवक ने भी अब दम तोड़ दिया था। इस घटना के बाद अब स्थानीय लोगों में इसे लेकर काफी आक्रोश है। जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बारसोई अनुमंडल में बिजली समस्या से जूझ रहे लोग प्रखंड मुख्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भड़का और तोड़फोड़ शुरू हो गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी झड़प पर उतर आए। इसके बाद पुलिस ने गोली चलाई।
कटिहार एसपी ने पुलिस फायरिंग में प्रदर्शनकारी की मौत होने से इंकार किया था। उनका कहना था कि लोगों ने बिजली विभाग के कार्यालय पर पथराव और तोड़फोड़ की, इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई, दो घायल हों।
गांववाले बोले- 5 लोगों को लगी गोली
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पुलिस की गोली से पांच लोग घायल हुए थे। तीन की मौत हुई थी। दो की स्थिति नाजुक थी। हालांकि पुलिस का कहना था कि घटना में सिर्फ एक की जान गई थी। उसका नाम बासल गांव निवासी खुर्शीद आलम था। घायलों को हायर सेंटर भेजा गया था।
गरमाई बिहार की सियासत
इस घटना के बाद बीजेपी महागठबंधन की सरकार पर हमलावर हो गई थी। नेताओं का कहना था कि पहले नौकरी के नाम पर युवाओं को पीटा गया था। अब लोगों ने बिजली मांगी तो गोली चलवाई गई।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि कटिहार में नीतीश जी की पुलिस ने गोली चलाकर लोगों को मारने का काम किया था। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्होंने बिहार सरकार से हाइलेवल जांच की मांग की थी।
तीन दिन पहले कई राउंड फायरिंग हुई थी
ऐसी ही एक घटना में रविवार की रात कटिहार जिले के सदर थाना क्षेत्र के कहरा कुटी के पास कई राउंड फायरिंग हुई थी। स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और पुलिस को आवेदन सौंपा। स्थानीय लोगों के अनुसार, मुहर्रम के त्योहार के दौरान दहशत फैलाने और शांति भंग करने के लिए कुछ शरारती तत्वों द्वारा गोलीबारी की गई थी।
पिछले गुरुवार से रविवार तक कहरा कुटी के आसपास गोलीबारी की 4-5 घटनाओं को अंजाम दिया गया था, जिसमें दो लोगों को गोली लगी थी। जिले में तनावपूर्ण स्थिति के बीच स्थानीय लोगों ने सदर थाने में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया था।