Bihar politics: नीतीश कुमार ने सुबह ‘महागठबंधन’ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और शाम को दोबारा एनडीए के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली. इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थामते हुए NDA का हिस्सा बन गए. जिसके बाद उन्हें सरकार बनाने के लिए पूर्ण समर्थन मिल गया.
पिछले कई दिनों से बिहार के साथ-साथ देश की राजनीति में नीतीश कुमार को लेकर कई अटकलें चल रही थी आखिर नीतीश कुमार अगर इस्तीफा देंगे थो उनका अगला कदम क्यो होगा. और कुछ यह जानना चाह रहे थे कि क्या वह अपनी एनडीए में वापसी करेंगे
पांच गठबंधन बदल चुके हैं नीतिश कुमार
ऐसा नहीं है कि यह पहली बार हुआ है जब नीतीश कुमार ने किसी पार्टी का साथ छोड़ किसी का दामन थामा हो. इसे पहले भी वह अब तक पांच पर गठबंधन बदल चुके हैं और नौवीं बार सीएम बने हैं. नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च, 1951 को हुआ है. उनकी शिक्षा के बाद राजनीतिक यात्रा 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल करने के बाद शुरू हुई थी.
1985 में पहली बार विधायक बने थे नीतीश कुमार
साल 1985 में नीतीश कुमार ने हरनौत से राज्य विधानसभा की सीट जीतकर अपनी पहली चुनावी जीत हासिल की. बाद में 1996 में बाढ़ से अपनी पहली लोकसभा सीट जीतने के बाद उन्होंने अपनी वफादारी बीजेपी में बदल ली. नीतीश कुमार की राजनीतिक प्रसिद्धि तब बढ़ी जब उन्हें 1996 में संयुक्त मोर्चा सरकार में रेल मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया. बाद में उन्होंने लोकसभा के नेता के रूप में कार्य किया, जिससे राष्ट्रीय राजनीति में उनका कद और मजबूत हो गया.
फिर एनडीए में हुई वापसी
भाजपा के साथ नीतीश कुमार के रिश्ते में टकराव और मिलना हमेशा से विशेष रहा है. उन्होंने कई बार पीएम मोदी के प्रशासन के प्रति आलोचना की है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ गठबंधन और अलगाव के बीच बारी-बारी से काम किया है. 2013 में भाजपा के साथ पिछले अलगाव बावजूद नीतीश कुमार राजद और कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद 2017 में एनडीए में फिर से शामिल होते रहे हैं.