महाकुंभ में भगदड़ में करीब 10 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल हुए हैं। ये हादसा दूसरे अमृत स्नान मौनी अमावस्या से पहले हुआ है। इस भगदड़ की घटना और बचाव के कार्यों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद नजरें बनाए हुए है। पीएम मोदी ने चार बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। पहले अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान का ऐलान किया था हालांकि अब अखाड़ा परिषद ने कहा कि भीड़ छंटने के बाद अखाड़े स्नान के लिए जाएंगे। प्रशासन ने लोगो को संगम तट से निकालने के लिए बैरिकैडिंग हटा दी है। हालांकि अब भी स्नान करने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है।
लोगों को संगम तट से निकालने
घटना सरकार की संवेदनहीनता दिखाती है- अजय राय
महाकुंभ भगदड़ को लेकर यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय का कहना है कि ये घटना पीड़ादायक है। यह दुखद घटना इस मेले की अव्यवस्था और उत्तर प्रदेश सरकार की नाकामियों को उजागर कर रही है। योगी सरकार ने सारा पैसा सिर्फ अपनी ब्रांडिंग और मार्केंटिग पर खर्च किया है। इस पैसे को महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं की व्यवस्था पर करते तो ऐसी घटना नहीं होती। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि मृतकों के लिए उचित मुआवजा और घायलों को मुआवजे के साथ मुफ्त इलाज का प्रबंध करें।
अमृत स्नान की शोभायात्रा नहीं निकालेंगे- स्वामी अवधेशानंद गिरी
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कहा कि अखाड़ा परिषद ने निर्णय लिया है कि हम अमृत स्नान की शोभायात्रा नहीं निकाल रहे हैं। बैंड बाजे के साथ यात्रा हमनें शोभा यात्रा नहीं निकाली। हमने स्वतंत्र स्नान किया। लोग पीड़ित हैं इसलिए आज का अमृत स्नान अखाड़ों ने स्थगित कर दिया है।