बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक वीडियो जारी किया है। इस इमोशनल वीडियो में शेख हसीना ने कहा है कि पिछले साल 5 अगस्त को छात्रों के नेतृत्व वाले हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच ढाका से भागने से कुछ देर पहले उनकी और उनकी बहन की हत्या की कोशिश की गई थी। आवामी लीग पार्टी द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए गए इमोशनल वीडियो में हसीना ने कहा कि यह केवल ऊपरवाले की कृपा थी कि वह अपने राजनीतिक करियर में कई हत्या के प्रयासों से बच गई। बांग्लादेश से भागने के बाद भारत में रह रही शेख हसीना ने कहा कि मैं और मेरी बहन शेख रेहाना जीवित रहने में कामयाब रहे। अगर हम 20-25 मिनट लेट होते तो हमारी हत्या कर दी जाती।
शेख हसीना की वीजा अवधि बढ़ी
भारत सरकार ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की वीजा अवधि बढ़ा दी है जिसके बाद से भारत में उनके प्रवास को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। बांग्लादेश से भागकर शेख हसीना भारत के हिंडन एयरबेस पहुंची थीं। जहां से उन्हें दिल्ली के किसी सेफहाउस में रिलोकेट कर दिया गया है।
बांग्लादेश कर चुका है प्रत्यर्पण की मांग
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर 23 दिसंबर को भारत से अनुरोध किया था। इससे पहले भी यूनुस कई बार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर चुके हैं। शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं और अंतर्राष्ट्रीय अदालत में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने संसद में 300 में से 224 सीटें जीती थीं। शेख हसीना साल 2009 से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थी। वो सबसे लंबे तक प्रधानमंत्री पद पर रहने वाली पहली महिला थी।