भाजपा ने गुरुवार को सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार पर 500 करोड़ रुपये से अधिक की दो एकड़ जमीन अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को सौंपने का फैसला करने के बाद भूमि जिहाद में शामिल होने का आरोप लगाया।
भाजपा ने गुरुवार को सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार पर 500 करोड़ रुपये से अधिक की दो एकड़ जमीन अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को सौंपने का फैसला करने के बाद भूमि जिहाद में शामिल होने का आरोप लगाया। यहां मीडिया से बात करते हुए विपक्ष के नेता (एलओपी) आर. अशोक ने कहा, ”अगर खाली जमीन दी जाती है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, सरकार पशुपालन विभाग की जमीन सौंप रही है।”
सोशल मीडिया पर आर. अशोक ने एक्स पर कन्नड़ में लिखा और पोस्ट का शीर्षक दिया, ”कांग्रेस सरकार भूमि जिहाद”। उन्होंने पोस्ट में आगे कहा, ”श्री सीएम सिद्धारमैया क्या मुस्लिमों के तुष्टिकरण की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए? आप पशुपालन विभाग की बेंगलुरु के मध्य में स्थित दो एकड़ जमीन मुसलमानों को आवंटित करने की साजिश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा ,“सरकारी पशु चिकित्सालय जो गायों और अन्य जानवरों का इलाज कर रहा था, उसे बंद करके मुसलमानों को सौंपने की क्या आवश्यकता थी? पशु चिकित्सालय न केवल मवेशियों के इलाज के लिए स्थापित किया गया था, बल्कि अन्य पालतू जानवरों को भी वहां इलाज दिया जाता था। हम 500 करोड़ रुपये की जमीन सौंपने की अनुमति नहीं देंगे। क्या हम कांग्रेस सरकार के इस उपाय को भूमि जिहाद कह सकते हैं?”
अशोक ने कहा, कर्नाटक सरकार ने 26 फरवरी को मौलाना आजाद/मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालयों के निर्माण के लिए बेंगलुरु के चामराज पेट ने विधानसभा क्षेत्र के चालवाडिपल्या वार्ड में दो एकड़ जमीन अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को सौंपने का आदेश दिया।