China की मध्यस्थता या तनाव? पाक-ईरान और फिलीपींस के बीच उत्थित समर्थन के दलदल में; फिलीपींस बोला- जुबान खराब

एक तरफ पाकिस्तान-ईरान के बीच तनाव को कम करने के लिए चीन मध्यस्थता का ढोंग कर रहा है। वहीं दूसरी ओर, फिलीपींस के राष्ट्रपति की ताइवान के नए राष्ट्रपति को बधाई  चीन को रास नहीं आ रही है।

पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव कम करने के लिए चीन मध्यस्थता की बात कर रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने इसका दावा किया है कि वह दोनों देशों के बीच तनाव को सुलझा सकता है। पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव को लेकर चीन की बैचेनी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका सीधा संबंध चीन की महत्वकांक्षी सीपीईसी परियोजना से है। वहीं, ताइवान चुनाव में जीत के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति लाई चिंग ते को फिलीपींस के राष्ट्रपति द्वारा नहीं बधाई दी गई है, जिससे चीन को खबर नहीं आई है।

एक ओर चीन तनाव कम करने की कथित मध्यस्थता की बात कर रहा है, लेकिन दूसरी ओर, अपने पड़ोसी देशों के साथ विवादों में शामिल हो रहा है। फिलीपींस से चिढ़े चीन ने उन्हें ‘आग से न खेलने’ की सलाह दी है। ध्यान देने योग्य है कि दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में अक्सर चीन और फिलीपींस के बीच तनाव रहता है।

चीन ने कहा – ‘आग से न खेलें’; फिलीपींस ने किया करारा जवाब

फिलीपींस के रक्षा सचिव ने चीन के खिलाफ आपत्ति जताई है और उन्होंने चीन की बातों को कमजोर ठहराया है। उनका कहना है कि चीन ने हमारे राष्ट्रपति का अपमान किया है। फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा विभाग के सचिव गिल्बर्ट टेओडोरा ने बुधवार को बयान में कहा है कि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हमारे राष्ट्रपति के खिलाफ अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल किया है। उनकी तरफ से यह दुर्भाग्यपूर्ण माना गया है, लेकिन उन्होंने जताया है कि वे इससे अधिक चौंके नहीं हैं, क्योंकि वे दुनिया के कुछ देशों से ऐसी बातें उम्मीद नहीं करते हैं।

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