Bihar News: ‘कफन बांधकर निकला हूं…’, हाजीपुर में दहाड़े चिराग पासवान

चिराग पासवान, लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई से सांसद, ने हाजीपुर में अपने संकल्प महासभा के दौरान एक उत्साहजनक संबोधन दिया।

हाजीपुर: राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने सिर पर कफन बांधकर बिहार के विकास के लिए उठाया मुहिम, हाजीपुर में लोकप्रियता का बढ़ता दौर।

हाजीपुर–शेर का बेटा चिराग पासवान का वीर अंदाज

मैं एक हाजीपुर का निवासी हूं, शेर का बेटा, ना टूटने वाला और ना ही झुकने वाला। मैंने अपने सिर पर कफन बाँधकर बिहार को विकसित बनाने का संकल्प किया है।

यह भविष्यवाणी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई से सांसद, चिराग पासवान ने हाजीपुर में की। पूरे बिहार में संकल्प महासभा के कार्यक्रम के दौरान चिराग पासवान ने अक्षयवट राय स्टेडियम में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

चिराग पासवान ने कहा, “किसी और जिले में सभा को संबोधित करना और हाजीपुर में आपको संबोधित करना में बहुत अंतर होता है। यह भूमि मेरे पिता, नेता स्व. रामविलास पासवान ने मेरी माता का दर्जा देने का कारण है। मैं आप सभी के आशीर्वाद का ऋणी हूं।”

“जब मैं सबसे ज्यादा कमजोर था, तब आपने मुझे बेटा बनाया।” उन्होंने कहा, “हाजीपुर से रही है रामविलास पासवान की पहचान।”

सभा में अपने संबोधन में चिराग पासवान ने कहा कि हाजीपुर से मेरे नेता और पिता स्व. रामविलास पासवान की पहचान रही है और हाजीपुर के लोगों की पहचान स्व. रामविलास पासवान से हुई है। इन्होंने कहा, “हाजीपुर की पावन धरती पर आप सभी के बीच आकर पारिवारिक प्यार और स्नेह महसूस कर रहा हूं। हमें बड़ी शक्तियों द्वारा कई बार खत्म करने का प्रयास किया गया, लेकिन आप सभी के कारण हीं मैं आज पूरी मजबूती से खड़ा हूं।”

“आप सबों ने जो मेरे पिता को पूरी उम्र प्यार और सम्मान दिया है, जिससे वे दो-दो बार अपने ही रिकॉर्ड को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में तोड़ा है, उससे मुझे पूरा विश्वास है कि आप लोगों के सहयोग से फिर उनका रिकार्ड तोड़ूंगा।”

“हाजीपुर की धरती ने आज विजय का शंखनाद किया है,” कहते हुए चिराग ने जमीन पर खड़ी भीड़ को देखकर कहा, “आज 16 जनवरी को हाजीपुर ने लोजपा रामविलास के प्रत्याशी की शत प्रतिशत जीत आप लोगों के आशीर्वाद से तय किया है। मैं उस सपने को साकार करने के लिए निकला हूं, जिस सपने को पूरा करने में मेरे पिता और नेता ने पूरा जीवन समर्पित कर दिया। बिहार और बिहारियों को विकास की राह से जोड़ने के लिए उन्हें पूरा जीवन लगा दिया है।”

“बिहार सरकार ने बिहारियों के विकास के लिए नहीं किया कोई कार्य,” चिराग ने आरोप लगाते हुए कहा, “बिहार सरकार और पूर्व की सरकारों ने मत लेने का काम तो किया, लेकिन उन्होंने बिहार को आगे ले जाने के लिए कोई विकास कार्य करना जरूरी नहीं समझा।”

“बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन की चर्चा करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि आखिर बिहार के पिछड़ेपन का जिम्मेवार कौन है। लोगों की जिम्मेवारी तय करनी होगी। “बिहार मेरा स्वाभिमान है, बिहारी मेरी पहचान है, बिहारी मेरा गुरूर है। उस बिहारी शब्द को गाली बनाने का काम किया है सीएम ने।”

“हमारे सुख दु:ख में शामिल नहीं हो सकते। जो सीएम अपराध नियंत्रित नहीं कर सकता। जो सीएम बिहार में भ्रष्टाचार को नहीं रोक सकते। ये कहते हुए चिराग ने सामने की भीड़ से पूछा, “क्या ऐसे मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री रहना चाहिए क्या? जिसके बाद भीड़ से नहीं की आवाज आई। चिराग ने सवालिया निशान में पूछा कि चिराग से आखिर सीएम को नफरत क्यों है? इन्होंने खुद इसका जवाब देते हुए कहा कि क्योंकि चिराग पासवान बिहार में ही रोजगार की बात करता है, स्वास्थ्य सेवाओं की बात करता है, महिलाओं के सम्मान की बात करता है।”

“इन्होंने कहा कि कफन बाँधकर मैं निकला हूं। जब तक बिहार को विकसित राज्य ना बना दूं, चैन की सांस नहीं लूंगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *