औरंगाबाद के कासमा में चल रही अवैध मिनी गन फैक्ट्री का पुलिस ने छापा मारकर पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गन फैक्ट्री के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। जानिए इस फैक्ट्री से कैसे की जाती थी नक्सलियों को हथियारों की सप्लाई।
औरंगाबाद: बिहार के अत्यंत नक्सल प्रभावित औरंगाबाद के रफीगंज प्रखंड में, कासमा थाना क्षेत्र के चेव गांव में पुलिस ने शुक्रवार को दोपहर में छापेमारी करके एक अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। यह औरंगाबाद पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है। इस मामले में पुलिस ने अवैध गन फैक्ट्री के संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया है। मौके पर बड़ी मात्रा में निर्मित-अर्ध निर्मित अवैध हथियार और हथियार निर्माण के लिए इस्तेमाल हो रहे सामग्री भी बरामद की गई है। पुलिस के अनुसार, यहां से निर्मित अवैध हथियारों की आपूर्ति नक्सलियों को पहुँचाई जाती थी।
घर के अंदर ही चल रही थी गन फैक्ट्री। पुलिस के कैप्टन स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि कासमा थानाध्यक्ष मुनेश कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि चेव गांव में लक्ष्मण दास के बेटे प्रभु दास द्वारा अपने घर में ही अवैध तरीके से मिनी गन फैक्ट्री चलाई जा रही है। वहां भारी मात्रा में अवैध हथियारों का निर्माण किया जा रहा था। सूचना प्राप्त होते ही थानाध्यक्ष ने त्वरित क्रियावली शुरू की और प्रभु दास के घर पर छापा मारा। घर के विभिन्न हिस्सों में तलाशी की गई और तलाशी के दौरान गन फैक्ट्री के संचालक ने मौके से फरार होने का प्रयास किया।
पुलिस की मुताबिक, छापेमारी के बावजूद वे दूसरी जगह से गन फैक्ट्री के संचालक प्रभु दास को गिरफ्तार कर लिया। मौके से भारी मात्रा में अवैध हथियार और हथियार बनाने से संबंधित सामग्री भी बरामद की गई। इस मामले में कासमा थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्धे एसपी ने बताया कि गिरफ्तार हुई गन फैक्ट्री के संचालक से अवैध हथियारों के निर्माण का उद्देश्य और उनकी सप्लाई के स्थानों के बारे में गहरी जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि फैक्ट्री संचालक ने नक्सलियों और अपराधियों को यह अवैध हथियार प्रदान किए हो सकते हैं।
बरामद हुए हथियार
उन्धे एसपी ने बताया कि अवैध मिनी गन फैक्ट्री से दो देसी कट्टे, दो अर्द्ध-निर्मित देशी कट्टे, एक दोनाली बंदूक, दो देसी मस्कट, 16 जिंदा मस्कट कारतूस, नौ एमएम के चार जिंदा कारतूस, देसी कट्टे की एक जिंदा गोली, एक ब्लोवर, दो अर्द्ध-निर्मित बैरल, एक आरी, एक हेक्सा ब्लेड, एक हेक्सा फ्रेम, एक छेनी, एक विंडोलिया, 13 लोहे के स्प्रिंग, एक मिनी ड्रिल मशीन, 10 ग्राइंडर ब्लेड, एक डाई मशीन, एक सड़सी, तीन हथौड़ी, दो स्टील के पाइप, दो लोहे के पाइप, दो रेती, एक धार लगाने वाला पत्थर और एक ग्राइंडर मशीन बरामद किए गए हैं।
गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने वाली टीम में ये पुलिसकर्मी शामिल रहे
उन्धे एसपी ने बताया कि अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने वाली पुलिस टीम में कासमा थानाध्यक्ष मुनेश कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक सूरज कुमार, सहायक अवर निरीक्षक अमोद कुमार, सिपाही अनी राम, उदय कुमार, महिला सिपाही बबिता कुमारी, सिपाही विंध्याचल प्रसाद, संजय कुमार यादव, निलेश चंद्रवंशी, और चौकीदार शंभू पासवान शामिल थे। पुलिस कैप्टन ने कहा कि मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम के सभी सदस्यों को सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा।