मंगलवार को पटना में सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कुल 12 प्रस्तावों पर मुहर लगी। बिहार कैबिनेट से पास हुए प्रस्ताव के बाद विधायक निधि बढ़ाए जाने पर भी फैसला हुआ। विधायकों को अब विकास कार्यों के लिए तीन की जगह 4 करोड़ मिलेंगे।
पटना, बिहार: मंगलवार की शाम 4:30 बजे, बिहार कैबिनेट ने अपनी बैठक का आयोजन किया। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। यह बताया जा रहा है कि इस बैठक में कुल 12 प्रस्तावों पर मुहर लगी है। मुख्यमंत्री ने विधायकों और विधान पार्षदों को हर साल मिलने वाले फंड में बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है। अब विधायक और एमएलसी चार करोड़ तक की योजनाओं की अनुशंसा कर सकेंगे। इससे पहले बिहार में विधायक-विधान पार्षद तीन करोड़ तक की योजनाओं की अनुशंसा कर सकते थे।
नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक में दक्षिण और उत्तर बिहार के कुल 61 सड़कों के निर्माण के लिए 234 करोड़ 30 लाख रुपये की मंजूरी दी है। सीएम ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को 2500 बेड का निर्माण करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। यहां पहले से ही चार सौ बेड के सर्जिकल वार्ड का निर्माण चल रहा है और इसके अलावा 2100 बेड के भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने 2546 करोड़ 41 लाख रुपये की स्वीकृति दी है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा इस राशि से इमारत निर्माण के साथ-साथ उपकरणों की खरीदारी भी की जाएगी।
कैबिनेट की बैठक में नीतीश कुमार ने स्वतंत्र बिहार के तहत संतोष मांझी उर्फ संतोष कुमार सुमन के इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद दरभंगा और छपरा में स्टॉर्मड्रेनेज सिस्टम का काम करने का फैसला किया गया है। इससे शहर में जल जमाव से लोगों को राहत मिलेगी। इसके अलावा, दो जिलों में आरओबी का निर्माण को भी सरकार द्वारा मंजूरी दी गई है। इस बैठक में बिहार कैबिनेट ने कृषि उपकरण बैंक स्थापित करने का भी फैसला लिया है। इससे मध्य और गरीब किसानों को कृषि उपकरण खरीदने में मदद मिलेगी। पहले से ही प्रस्तावित बिहार कैबिनेट की बैठक में मंत्रिमंडल सदस्य संतोष कुमार सुमन के इस्तीफे की स्वीकृति के बाद ये निर्णय लिया गया है।