मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में 11 से 13 मार्च तक आयुर्वेद महाकुंभ का शुभारंभ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने किया, ये आयोजन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है I
इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मौजूद रहे, साथ ही कार्यक्रम से देश के करीब 300 से ज्यादा आयुर्वेदाचार्य भी जुड़े है I इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि आयुर्वेद का हमारे जीवन और मानव चिकित्सा में बहुत महत्व है और कोरोना काल में पूरी दुनिया को आयुर्वेद का महत्व समझाया I सीएम ने आगे कहा कि यूपी की धरती आयुर्वेद के जनक की धरती है, सरकार में पहला आयुर्वेदिक कॉलेज शुरू हो चुका है, कॉलेज में बेहतर सुविधाए दी जा रही है I तीन दिवसीय महाकुंभ में क्रांतिधरा मेरठ से नया इतिहास लिखा जाएगा, इसमें आधुनिक विधा से ये प्रमाणित किया जाएगा कि आयुर्वेद भी जटिल रोगों के उपचार में कारगर है I राज्यसभा सदस्य डॉ.लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने बताया कि करीब पांच हजार साल पूर्व कश्यप संहिता ग्रंथ में स्वर्ण प्राशन संस्कार के बारे में उल्लेख किया गया था I
कोरोना काल में भी इम्युनिटी बढ़ाने में इसका उपयोग किया गया, मेरठ के आनंद अस्पताल में इसका उपयोग किया गया था I वहीं, पीजीआइ लखनऊ और किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ भी गोरखपुर के कुपोषित बच्चों के उपचार के दौरान इसका सफल परीक्षण कर चुके हैं, बता दें कि छह दिन पहले सीएसआइआर भारत सरकार और पीजीआइ लखनऊ में करार हुआ है I