मोदी-ट्रंप मुलाकात, ट्रेड-ट्रैरिफ-युद्ध और पर्सनल केमिस्ट्री पर चर्चा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी से मुलाकात से पहले ही रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान कर दिया यानी जो देश अमेरिकी सामान पर जितना टैरिफ लगाएगा अमेरिका भी उस देश के सामान पर उतना ही टैरिफ लगाए । ट्रंप ने भारत पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि जब हार्ले डेविडसन भारत में अपनी मोटरबाइक नहीं बेच पा रही थी क्योंकि भारत में टैक्स बहुत ज्यादा था। इसकी वजह से हार्ले को अपनी मैन्युफैक्चरिंग को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा। टैरिफ से बचने के लिए उन्हें भारत में फैक्ट्री लगानी पड़ी।

*कई बातों पर दोनों देशों के बीच सहमित बनीं

1. भारत को एफ-35 फाइटर जेट देने की घोषणा हुई। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत को अरबों डॉलर के सैन्य उपकरण बेचेगा।
2. डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि 2008 मुंबई हमले के आतंकी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।
3. एनर्जी सेक्टर में दोनों देशों के बीच बड़ा समझौता हुआ है जिससे अमेरिका, भारत को लेकर तेल और गैस का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन जाएगा।
4. द्विपक्षीय व्यापार 2030 तक दोगुने से अधिक बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा।
5. भारत-अमेरिका AI सेमीकंडक्टर, बायोटेक्नॉलोजी और क्वांटम में मिलकर काम करेंगे।
6. डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के मुद्दे को पीएम मोदी के सामने उठाया। पीएम मोदी ने इस मामले में सकारात्मक रुख दिखाते हुए अवैध प्रवासियों को भारत बुलाने पर सहमित जताई।
7. राष्ट्रपति ट्रंप ने बांग्लादेश के मुद्दे पर कहा कि इसमें डीप स्टेट की कोई भी भूमिका नहीं है। यह कुछ ऐसा है जिस पर पीएम मोदी लंबे समय से काम कर रहे हैं। मैं बांग्लादेश को पीएम पर छोड़ देता हूं।

राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक बार फिर युद्ध के काल में शांति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन जंग को लेकर दुनिया सोचती है कि भारत का रूख न्यूट्रल है। लेकिन भारत तटस्थ नहीं बल्कि हम शांति के पक्ष में हैं। समस्याओं का समाधान जंग से नहीं निकलता उसे टेबल पर चर्चा करके ही निकाला जाता है। राष्ट्रपति ट्रंप ने शांति का जो इनिशिएटिव लिया है मैं उसका पूरी तरह से समर्थन करता हूं।

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