देवानंद ने इमरजेंसी का सपोर्ट नहीं किया फिल्में बंद करवा दी- पीएम

संसद के दोनों सदनों में बजट सत्र के पांचवें दिन जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा में अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे भारतीयों का मुद्दा उठाया। विपक्ष ने इस मुद्दें पर चर्चा की मांग की। 6 फरवरी को पहले दोपहर 12 बजे, फिर 2 बजे उसके बाद 3.30 बजे और फिर पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में पीएम मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के समय में अटकाना, लटकाना, भटकाना कल्चर बन गया था। किस प्रोजेक्ट को करना है, किसको लटकाना है इसका एक तराजू होता था। हमनें इससे मुक्ति पाने के लिए प्रगति प्लेटफॉर्म की व्यवस्था बनाई और खुद मॉनिटरिंग करता हूं। करीब 19 लाख करोड़ के ऐसे अटके प्रोजक्ट का रिव्यू करता हूं और खुद मॉनिटरिंग करता हूं और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने इस पर अध्ययन कर रिपोर्ट दी है।

स्कूल-कॉलेज में पढ़ा युवक विकसित भारत का बेस- पीएम मोदी

पीएम ने कहा कि हमनें बहुत बड़े तबके को टैक्स से छूट देते हुए 12 लाख तक आय को कर मुक्त कर दिया है। 70 साल वालों को बिना शर्त आयुष्मान योजना का लाभ दिया। पीएम ने कहा कि आज भारत के बुजुर्गों के प्रति दुनिया में आकर्षण बढ़ा है। सबसे ज्यादा मिडिल क्लास की आकांक्षाएं देश की प्रगति को गति देने वाली है। उन्होंने कहा कि चोर करोड़ घर बनाकर गरीबों को दिए जिसमें से एक करोड़ से ज्यादा घर शहरों में बने हैं। घर खरीदने वालों के साथ फ्रॉड होता था। हमने रेरा का कानून बनाया है जो मध्यम वर्ग के सपने के साथ जो गतिरोध पैदा करने वाली चीजें थी उनके खिलाफ हथियार है। जो काम रुके हुए हैं उसके लिए 15 हजार करोड़ रुपये हमने इस बजट में आवंटित किया है। पीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की तरफ आकर्षित हो रही है, खासकर जी 20 की 50-60 स्थानों पर मीटिंग हुई। उसके बाद विश्व का भारत के टूरिज्म के प्रति आकर्षण बढ़ा है।

संविधान निर्माताओं की भावनाओं का अनादर किया- पीएम

कांग्रेस को संविधान निर्माताओं से प्रेरणा लेना चाहिए था लेकिन ये कांग्रेस है जिसने आजादी के तुरंत बाद ही उनकी भावनाओं की धज्जियां उड़ा दी थी। जब देश में चुनी गई सरकार नहीं थी तब जो बैठे थे उन्होंने संविधान में संशोधन कर दिया आते ही। चुनी गई सरकार के आने तक का इंतजार नहीं किया। उन्होंने फ्रीडम ऑफ स्पीच को कुचला, अखबारों पर लगाम लगाई और डेमोक्रेट का टैग लगाकर घूमते रहे दुनिया में ये संविधान की भावना का पूरी तरह अनादर था।

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