रामनगर, उत्तराखंड: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी चारधाम यात्रा के लिए स्थानीय लोगों के पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म किया जाए I
देवभूमि उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं को उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में दर्शन करवाए जाएंगे, जिन श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए होटलों एवं होमस्टे में बुकिंग करा ली है I उनकी दर्शन के लिए भी व्यवस्था की जाए, सीएम धामी ने कहा कि व्यवस्थित, सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाए I उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालु चारधाम यात्रा के साथ राज्य के अन्य प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर भी जाएं, इसके लिए राज्य के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के बारे में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए, पर्यटन, पुलिस एवं परिवहन विभाग की ओर से विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जाए I
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम और फिर 25 अप्रैल को श्री केदारनाथ और 27 अप्रैल को श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी I
चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार की ओर से पुख्ता तैयारियां की जा रही हैं, सीएम ने कहा कि वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपने यात्रा व्यय का 5% स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने की अपील की है I राज्य में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कुछ उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रमोट किया जाए I