Uttarakhand : धामी सरकार ने नकल पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली है | आपको बता दें कि देश का सबसे सख्त कानून (Anti cheating law) उत्तराखंड में लागू कर दिया गया है , मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट के माध्यम से इसकी
जानकारी दी, उन्होंने लिखा कि “हमारी सरकार द्वारा भेजे गए देश के सबसे सख्त “नकल विरोधी कानून” के अध्यादेश को माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह जी द्वारा त्वरित रूप से स्वीकृत किए जाने पर हार्दिक आभार |”
अब प्रदेश में होने वाली प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा में “नकल विरोधी कानून” लागू होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी सभी भर्ती परीक्षाओं में नया कानून लाने की बात कही थी एक ऐसा कानून जिससे उत्तराखंड में नकल करने वाले नकल करने से पहले 1000 बार सोचेंगे..वही इस नकल विरोधी कानून में जुर्माने और सजा का बहुत कठोर प्रावधान किए गए है राज्य के इस नकल विरोधी कानून के तहत पकड़े जाने वाले छात्र को 10 साल की कैद की सजा का प्रावधान है तो नकल माफिया को जेल के साथ उम्रकैद की सजा मिलेगी साथ ही नकल माफिया पर 10 करोड़ का जुर्माना भी लगाया जाएगा |
वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस कानून को लाने पर ट्वीट करते हुए कहा कि, युवाओं से किए गए वादे को अनुरूप हमारी सरकार ने देश का सबसे सख्त “नकल विरोधी कानून” लाने का फैसला पुरा किया है. इस संबंध में धामी सरकार ने नकल पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली है , धामी सरकार ने नकल पर शिकंजा कसने हेतु अध्यादेश को अपनी अनुमति प्रदान कर कार्यवाही के लिए भेज दिया है , हम नकल माफिया को प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे ,इसके पहले भी 25 जनवरी को सीएम धामी ने कहा था कि, नकल करवाने में जो लोग संलिप्त पाए जाएंगे, उनकी पूरी संपत्ति जब्त की जाएगी. इसके साथ ही हम ये भी प्रावधान कर रहे हैं कि परीक्षा देने के दौरान जो नकल करते हुए पकड़े जाएंगे वो अगले 10 साल तक किसी भी परीक्षा में भाग नहीं ले पाएंगे जिसके तहत ये कानून लाया गया है जाहिर तौर पर धामी सरकार का ये बहुत बड़ा कदम है जिसका फायदा उन सभी छात्रों को मिलेगा जो मेहनत कर के परीक्षा में शामिल होते है लेकिन इन नकल माफियाओ की वजह से उनकी मेहनत बेकार चली जाती है , साथ ही साथ धामी सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है जिसके तहत पेपर देने वाले छात्रों को असुृृविधा ना हो, इसके लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में पेपर के लिए आने पर निशुल्क व्यवस्था कर दी गई है|