देहरादून में 12 जनवरी को पहला अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन किया गया। उत्तराखंड के विकास में प्रवासियों की भागीदारी सुनिश्चित करने और उनके अनुभवों का लाभ उठाने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विदेशों में बसे उत्तराखंडियों को अपनी जड़ों से जोड़ना है। सम्मेलन में पहुंचे प्रवासियों का स्वागत उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं के अनुसार किया गया। एयरपोर्ट और होटलों पर पारंपरिक लोकगीतों और नृत्य के साथ उनका स्वागत किया गया। देहरादून में इस तरह के कार्यक्रम को लेकर प्रवासी भी मंत्रमुग्ध हो गए।
मुख्यमंत्री ने प्रवासियों को बताया ब्रांड एंबेसडर
उत्तराखंड के मुखयमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड के प्रवासी हमारे ब्रांड एंबेसडर है उनकी प्रतिभा और अनुभव का लाभ राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मिलेगा। यूएई से आए शैलेंद्र नेगी के मुताबिक उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं से स्वागत एक विशिष्ट अनुभव है। यह सम्मेलन हमारी मातृभूमि से जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2023 दिसंबर में आयोजित इन्वेस्टर समिटि से पहले विदेश दौरे के दौरान प्रवासियों से मुलाकात की थी। इसी दौरान उन्होंने विदेशों में बसे उत्तराखंडियों के अनुभवों का लाभ उठाने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रवासी सम्मेलन की योजना बनाई। इसके लिए राज्य सरकार ने प्रवासी उत्तराखंडी सेल का गठन किया।
सम्मेलन में कई मुद्दों पर चर्चा हुई
सम्मेलन में 4 प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई जिसमें उत्तराखंड के विकास और निवेश को फोकस रखा गया है।
1. उद्योग और स्टार्टअप
2. पर्यटन और वेलनेस
3. कौशल विकास और रोजगार
4. कृषि और जड़ी-बूटी
सम्मेलन में उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं पर विशेष जोर दिया गया। राज्य सरकार ने उद्योग, पर्यटन, ऊर्जा और कृषि जैसे क्षेत्रों में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नई नीतियों की घोषणा की। प्रवासी उत्तराखंडियों ने भी राज्य में निवेश करने और रोजगार के अवसर बढ़ाने की पहल की है।